किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए केंद्र सरकार 10 हजार एफपीओ यानि किसान उत्पादक संगठन की स्थापना करने जा रही है।

6,865 करोड़ रुपए के खर्च के साथ 2027-28 तक 10,000 एफपीओ स्थापित करने की योजना शुरू कर दी है।

एफपीओ की स्थापना से छोटे एवं सीमांत किसानों को होगा लाभ

किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार आसान वित्तपोषण की उपलब्धता, बाजार से जुड़ाव और कृषि विपणन के काम में बिचौलियों को खत्म करने का प्रयास कर रही है। 

बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी

कृषि मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान रिकॉर्ड खाद्यान्न  उत्पादन और पर्याप्त निर्यात के मामले में कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन बहुत  अच्छा रहा है।

महामारी में रिकॉर्ड तोड़ खाद्यान्न का हुआ उत्पादन

एफपीओ एक प्रकार का किसान उत्पादक संगठन है जो किसानों के हित में कार्य करता है और कंपनी एक्ट के अंतर्गत रजिस्टर्ड होता है।

क्या होता है एफपीओ

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पांच राज्यों में मधुमक्खी पालक को स्थापित करने की घोषणा की हुई है।

मधुमक्खी पालन किसानों को मिलेगा सबसे अधिक फायदा

केंद्र सरकार की ओर से एफपीओ के लिए 500 करोड़ रुपए का बजट आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत निर्धारित किया गया है।

एफपीओ के लिए 500 करोड़ रुपए का है बजट

संगठन मैदानी क्षेत्र में काम करता है 300 किसान एवं पहाड़ी क्षेत्र में काम करता है तो 100 किसानों को इससे जुड़े होने जरूरी है।

कैसे होता है एफपीओ का निर्माण

एफपीओ योजना के माध्यम से किसानों को अपनी उपज के लिए बाजार मिलेगा जिससे उन्हें उपज का बेहतर मूल्य मिल सकेगा।

एफपीओ से किसानों को होने वाले लाभ

एसपीओ के माध्यम से किसानों को तकनीकी, मार्केटिंग, ऋण, प्रोसेसिंग, सिंचाई आदि जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती है।

एफपीओ के संबंध में कुछ खास बातें